लोकतंत्र में पार्टियाँ अपने घोषणा पत्र के आधार पर चुनाव लड़ती हैं और जनता उन्हें उसके हिसाब से चुनती है।
आज जो लोग कह रहे हैं कि हम वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि हमने चुनाव में जाने से पहले ही ये इरादा देश के सामने रखा था, जिसे जनता ने समर्थन दिया। pic.twitter.com/XcUlMo0shW