प्रधानमंत्री जी! विद्या समीक्षा केंद्र के मॉडर्न सेंटर से शायद इन स्कूलों की तस्वीर आपको न दिखें जहां बैठने के लिए डेस्क नहीं है, मकड़ी के जाले ऐसे लगे हैं जैसे बंद कबाड़ख़ानों में होते हैं, टॉयलट टूटे पड़े हैं… मैंने खुद गुजरात के शिक्षामंत्री के क्षेत्र में ऐसे स्कूल देखे हैं https://t.co/sEiCJvFsRwpic.twitter.com/YjRYVAjjqT